रिश्ता निभाने के लिए कभी कभी झुकना जरुरी है,
बिना तालमेल कोई रिश्ता नहीं चल सकता
और कहा भी गया है के एक हठी और घमंडी व्यक्ति प्रेम के योग्य नहीं होता क्योंकि उसका अहम और स्वार्थ उसके लिए सर्वोपरि है।
पर किसी रिश्ते के लिए इतना मत गिरो के खुद से नजर ही ना मिला सको,
क्योंकि कोई भी रिश्ता आपके आत्मसम्मान से बडा नहीं होता।
और जहाँ सम्मान नहीं वहाँ प्रेम की कामना करना मूर्खता है।